इसके बाद क्या होगा?

 देहरादून। दिल्ली की भांति अपने उत्तराखण्ड में भी 15 जून से पूर्ण अनलॉक की उम्मीद लगाने वालों की मंशा पर फिलहाल पानी फिरता दिखा है। प्रदेश सरकार ने कोविड कर्फ्यू को 22 जून की सुबह छह बजे तक बढ़ा दिया है, इसके बाद क्या होगा यह भी भविष्य के गर्त में है। वहीं चारधाम यात्रा केवल ज़िला स्तर पर खोली गई है।  टैम्पो और विक्रम संचालकों को भी राहत मिलती दिखी है,  टैम्पो और विक्रम संचालक पूरी कैपेसिटी के साथ सवारियां ले जा सकेंगे, बॉर्डर पर अब भी आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य रहेगी।

सरकारी प्रवक्ता सुबोध उनियाल के कथनानुसार मार्केट पहले की तरह प्रतिबंधों के साथ हफ्ते में तीन दिन खुलेंगे, मिठाई की दुकानों को सप्ताह में पांच दिन खोले जाने की छूट दी गई है, शादी समारोह में लोगों की संख्या बीस से बढ़ाकर पचास कर दी गई है, लेकिन यहां भी आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपेार्ट अनिवार्य होगी। इसके अलावा राजस्व कोर्ट को भी खोलने की अनुमति मिली है, एक दिन में अधिकतम बीस वाद के लिए ही कोर्ट खुली रहेगी।

 बद्रीनाथ धाम की यात्रा चमोली ज़िले के लोगों के लिए, केदारनाथ धाम की यात्रा रुद्रप्रयाग ज़िले और गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा केवल उत्तरकाशी ज़िले के लोगों के लिए खोली गई है वहीं स्थानीय लोगों को भी धाम में प्रवेश करने के लिए कोविड की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है।